लड़की जो मलाला नही बन पायी

बात नब्बे के दशक की है अमेरिका में उस समय बुश सीनियर प्रेसिडेंट थे और ईराक में सद्दाम हुसैन।

सद्दाम ने कुबैत पर क्ब्जा कर लिया था जो उस समय सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश हुआ करता था और जंहा अमेरिकी तेल कंपनियो ने भारी निवेश किया हुआ था और वंहा अमेरिका की पिट्ठू सरकार भी थी ।

बुश सीनियर मानवता को बचाने के लिये ईराक पे हमला करना चाह रहे थे पर सीनेट या अमेरिकी जनता का समर्थन नही जुटा पा रहे थे ।

इसी बीच पन्द्रह साल की एक लड़की नियाराह ने 10 ऑक्टोबर 1990 को वर्ड ह्यूमन राइट्स काकस के सामने एक टेस्टोमोनि दी ।

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